बाबा जोगी एक अकेला, जाके तीरथ बरत न मेला। झोली पत्र बिभूति न बटवा, अनहद बैन बजावे। मांगि न खाइ न भूखा सोवे, घर अंगना फिरि आवे। पांच जना की जमाति चलावे, तास गुरू मैं चेला। कहे कबीर उनि देसि सिधाये बहुरि न इहि जग मेला।
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हां, आज ही, जरूर आयें
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कवेंट्री, यू.के निवासी प्राण शर्मा वजीराबाद (पाकिस्तान) में १३ जून १९३७ को जन्मे। प्राथमिक शिक्षा दिल्ली में हुई, पंजाब विश्वविद्यालय से एम...
बन्धु, मेरा लखनऊ छूट चूका है, आपको इल्म होगा। आपका नया पता क्या है और फोन नं , सूचित करें .
जवाब देंहटाएंबधाई , पत्रिका के लिए।
Thanks for sharing nice line
जवाब देंहटाएंPublish your book
अति सुंदर
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