tag:blogger.com,1999:blog-954846169421193068.post4188972531338914681..comments2023-07-07T15:27:40.554+05:00Comments on समकालीन सरोकार : कि ये गूंगी सदी होने न पाये Subhash Raihttp://www.blogger.com/profile/15292076446759853216noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-954846169421193068.post-74277405638477540972010-07-17T22:07:38.141+05:002010-07-17T22:07:38.141+05:00अच्छी और सार्थक पहल के लिए साधुवाद.अच्छी और सार्थक पहल के लिए साधुवाद.सुरेश यादवhttps://www.blogger.com/profile/16080483473983405812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-954846169421193068.post-13632027961021584082010-07-17T22:06:13.304+05:002010-07-17T22:06:13.304+05:00प्रमाणिक ऐतिहासिक यात्रा के विवरण के लिए बधाई.प्रमाणिक ऐतिहासिक यात्रा के विवरण के लिए बधाई.सुरेश यादवhttps://www.blogger.com/profile/16080483473983405812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-954846169421193068.post-51550663726163253482010-07-16T10:37:24.812+05:002010-07-16T10:37:24.812+05:00यह वाकई एक अनूठा प्रयोग है , इस तरह के प्रयोग से ज...यह वाकई एक अनूठा प्रयोग है , इस तरह के प्रयोग से जहां सकारात्मक टिप्पणियों को प्रतिष्ठा प्राप्त होती है वहीं साहित्य का भला होता है . इस पहल के लिए आप बधाई के पात्र हैं।रवीन्द्र प्रभातhttps://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-954846169421193068.post-57843338312470245122010-07-14T23:11:30.175+05:002010-07-14T23:11:30.175+05:00वाह यहाँ तो अच्छी महफ़िल जमी है ..वाह यहाँ तो अच्छी महफ़िल जमी है ..Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-954846169421193068.post-82714706350214519162010-07-14T21:38:21.180+05:002010-07-14T21:38:21.180+05:00डॉ. सुभाष राय जी इस पहल के लिए बधाई के पात्र हैं।डॉ. सुभाष राय जी इस पहल के लिए बधाई के पात्र हैं।RAJNISH PARIHARhttps://www.blogger.com/profile/07508458991873192568noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-954846169421193068.post-1265460155706648922010-07-14T20:59:41.694+05:002010-07-14T20:59:41.694+05:00is tarah k blog kuch hi h....is tarah k sarthak vi...is tarah k blog kuch hi h....is tarah k sarthak vimarsh k liye abhaar.VIVEK VK JAINhttps://www.blogger.com/profile/15128320767768008022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-954846169421193068.post-9771199184925609872010-07-14T19:19:16.024+05:002010-07-14T19:19:16.024+05:00@ संजीव गौतम
लाड़ दुलार और प्यारी सी चपत भी, जो ...@ संजीव गौतम<br /><br />लाड़ दुलार और प्यारी सी चपत भी, जो आलोचना होगी क्योंकि ऐसा न करके हमें यूं दुश्मनी नहीं निभानी है और न किसी के साथ ऐसी दुश्मनी निभानी ही चाहिए। <br />साखी ब्लॉग पर इस तरह का विमर्श हिन्दी ब्लॉग जगत की सार्थकता की ओर बढ़ता बकौल भाई राजेश उत्साही, यह हुई कुछ बात। कुछ नहीं बहुत कुछ कहूंगा मैं तो। इस कला का अनुसरण सभी हिन्दी ब्लॉगर साथियों को करना चाहिए। कम पोस्टें लगाएं पर ऐसा विमर्श कर सकें अथवा करवा सकें तो बेहतर होगा। डॉ. सुभाष राय जी इस पहल के लिए बधाई के पात्र हैं।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-954846169421193068.post-89891720449751593672010-07-14T17:21:00.224+05:002010-07-14T17:21:00.224+05:00इस सप्ताह राय सर ने साखी पर मेरी ग़ज़लों को प्रका...इस सप्ताह राय सर ने साखी पर मेरी ग़ज़लों को प्रकाशन के लिये चुना. उन्हें भी समय का साक्षी बनने का सुअवसर प्राप्त हुआ. अपने इस सौभाग्य पर वे आज तक फूले नहीं समा रही हैं. सबसे बड़ी बात पहली बार मेरी ग़ज़लों को किसी कसौटी पर खड़ा होना पड़ा. प्राप्त प्रतिक्रियाओं से मेरा हौसला बढ़ा है. आदरणीय महावीर जी, प्राण जी, तरल जी, राजेश जी, मुफलिस जी, इस्मत जैदी जी ने जिस तरह से मेरा ज्ञानवद्र्धन किया है उन्हें मैं अपनी अमूल्य निधि के रूप में अपने यादों के खजाने में जमा कर चुका हूं. समीर जी, श्रद्धा जी, अविनाश जी, ललित जी, संगीता जी से प्राप्त अपनापन अब मेरा अपना है. सच जानिये मैं पूरे समय आलोचनाओं/अपनी कमियों का इंतजार करता रहा क्योंकि मुझे लगता है कि प्रशंसा तो कोई भी कर सकता है, लेकिन कमियों की तरफ इशारा कर उन्हें दूर करने की प्रेरणा सच्चा मित्र या हितैषी ही दे सकता है.<br /> मेरी कमियां मुझे बताते नहीं,<br /> दोस्त यूं दुश्मनी निभाते हैं. <br /> साथ ही साखी का सबसे बड़ा योगदान भी मुझे लगता है तभी होगा जब यहां कविता के प्रत्येक पक्ष पर इसी तरह खुले दिलो-दिमाग से चर्चा होगी, <br /> राय सर ने जिस तरह से अपनापन दिया है कि फिर से मुर्दे में जान आ गई है मैं इसे भुला नहीं सकता. उम्मीद है कि आगे भी इसी तरह मेरी रचनाओं को लाड़ और दुलार प्राप्त होगा. आप सभी का शुक्रिया हांलाकि ये नाकाफी है लेकिन फिर भी...संजीव गौतमhttps://www.blogger.com/profile/00532701630756687682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-954846169421193068.post-91960375013127734802010-07-14T15:57:04.583+05:002010-07-14T15:57:04.583+05:00डॉ सुभाष राय जी आपका आभार कि ऐसी महफिल मिली और इतन...डॉ सुभाष राय जी आपका आभार कि ऐसी महफिल मिली और इतने विद्वानों से सीखने का मौका मिला. मन प्रसन्न हो गया.<br /><br /><br />यह इस नवीनतम ब्लॉग की उपलब्धि है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-954846169421193068.post-74400350785633895822010-07-14T14:00:37.532+05:002010-07-14T14:00:37.532+05:00ये हुई कुछ बात। अगर इस तरह का विमर्श यहां जारी रहे...ये हुई कुछ बात। अगर इस तरह का विमर्श यहां जारी रहे तो सार्थकता आएगी ब्लागिंग करने में । टिप्पणियों को इस तरह से प्रस्तुत करने के लिए शुक्रिया।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.com